English शायरी
English शायरी
The जनाजा of आशिक is निकला from the गली of महबूबा with very ज़ोर-शोर!
The महबूबा झाकी from the door & बोली,मर गिया हरामखोर!
English शायरी
The जनाजा of आशिक is निकला from the गली of महबूबा with very ज़ोर-शोर!
The महबूबा झाकी from the door & बोली,मर गिया हरामखोर!
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