TWO LINESHAYARI FOR WHATSAPP #013
मेरी दिल की दिवार पर तस्वीर हो तेरी..
और तेरे हाथों में हो तकदीर मेरी।
जब हों तेरी पलकों के साए,
फिर डर ना किसी धूप का सताए;
गलत सुना था कि इश्क आँखों से होता है,
दिल तो वो भी ले जाते है जो पलकें तक नही उठाते
तुम्हारी खुशियों के ठिकाने बहुत होंगे,
मगर हमारी बेचैनियों की वजह बस तुम हो !!
कैसे करें हम ख़ुद को तेरे काबिल……!
जब हम आदतें बदलतें हैं….. तुम शर्तें बदल देते हो…..
बारिश के बाद रात आईना सी थी……
एक पैर पानी में पड़ा, और चाँद हिल गया….!!
हर एक अदा मस्तानी है, ये किसी सायर की रंगीन कहानी है।
हिरनी की तरह ये चलती है, शमा की तरह ये जलती है।।
“सलीका परदे का बड़ा अजीब रक्खा है ,
निगाहें जो क़ातिल हैं उन्हें ही ख़ुला रक्खा है “
ये लकीरें, ये नसीब, ये किस्मत सब फ़रेब के आईनें हैं,
हाथों में तेरा हाथ होने से ही मुकम्मल ज़िंदगी के मायने है
नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं,
कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नहीं देता !!
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